Google AI Search Engine अपनी एक बड़ी गलती के कारण सुर्खियों में आ गया है। कुछ users ने शिकायत कि है की Google Search ने उन्हें अजीबो गरीब सुझाव दिए है, जिसमे Google AI Search Engine उन्हे पत्थर खाने और पिज्ज़ा पर गोंद लगाने की सलाह दे रहा है। यह मामला इंटरनेट पर तेजी से Viral हो गया और नेटिज़न्स ने गूगल की इस गलती पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
Google AI Search Engine ने की अजीबोगरीब सुझावों की शुरुआत
यह घटना तब शुरू हुई जब कुछ users ने Google Search पर खाने पीने से संबंधित सवाल पूछे। इन सवालों के जवाब में Google Search ने उन्हें पत्थर खाने और पिज्ज़ा पर गोंद लगाने की सलाह दी। इन सुझावों को देख कर लोगों को समझ ही नहीं आया की वो क्या करे, उन्हे Google AI Search Engine से इस प्रकार के किसी भी उत्तर की उम्मीद नहीं थी।
एक उपयोगकर्ता ने कहा, “मैंने गूगल पर कुछ Healthy Snacks के बारे में Search किया और मुझे जवाब में पत्थर खाने की सलाह मिली। क्या यह कोई मजाक है?” इसी तरह, एक अन्य उपयोगकर्ता ने बताया, “जब मैंने पिज्ज़ा बनाने की विधि पूछी, तो गूगल ने पिज्ज़ा पर गोंद लगाने की सलाह दी। यह वाकई चिंताजनक है।”
नेटिज़न्स की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस घटना के बारे में सुनते ही नेटिज़न्स ने गूगल पर तीखे तंज कसे। ट्विटर पर एक उपयोगकर्ता ने लिखा, “गूगल, तुम हमें मारने का इरादा तो नहीं रखते? पत्थर खाने और पिज्ज़ा पर गोंद लगाने की सलाह से बेहतर है कि इसे ऑफ़लाइन ले जाओ।” एक अन्य उपयोगकर्ता ने मजाक में कहा, “अब समय आ गया है कि हम अपने पुराने कुकबुक्स को वापस लाएं। कम से कम वे हमें पत्थर और गोंद खाने की सलाह नहीं देते।”
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी लोगों ने इस मामले को लेकर मीम्स और मजाकिया पोस्ट साझा किए। इस घटना ने न केवल गूगल पर सवाल उठाए बल्कि AI Technology की विश्वसनीयता पर भी बहस छेड़ दी।
गूगल की प्रतिक्रिया
गूगल ने इस मामले पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक Technical Error थी और उनकी टीम इस मुद्दे को हल करने के लिए काम कर रही है। गूगल के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “हम अपने उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और विश्वसनीयता को सबसे ऊपर रखते हैं। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण त्रुटि थी और हम इसे ठीक करने के लिए तत्पर हैं।”
गूगल ने यह भी बताया कि इस घटना के बाद उन्होंने अपने AI System की निगरानी और परीक्षण को और भी कड़ा कर दिया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। गूगल ने उपयोगकर्ताओं से माफी भी मांगी और उन्हें आश्वासन दिया कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।
AI Technology की चुनौतियां
AI Technology के विकास के साथ, ऐसी घटनाओं की संभावना बढ़ती जा रही है जहां Technical Error खतरनाक या बेतुकी सलाह दे सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि AI System की विश्वसनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर निगरानी और परीक्षण की आवश्यकता है। Google AI Search Engine ने अपनी इस गलती से हमे बहुत कुछ सीखने का मौका दिया है।
प्रमुख AI विशेषज्ञ डॉ. रंजन वर्मा ने कहा, “AI Technology में बहुत संभावनाएं हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि हमें AI पर पूरी तरह निर्भर नहीं होना चाहिए। यह जरूरी है कि AI System का विकास और उपयोग सावधानीपूर्वक और जिम्मेदारी से किया जाए।” Livemint के एक आर्टिकल के अनुसार गूगल को इसके कारण लोगों के बीच बहुत आलोचनाओ का सामना करना पड़ रहा है।
तकनीकी जगत की प्रतिक्रिया
गूगल की इस गलती ने तकनीकी जगत में भी हलचल मचा दी है। कई विशेषज्ञों ने इस घटना पर अपने विचार साझा किए और कहा कि यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हम AI Technology को किस हद तक भरोसेमंद मान सकते हैं।
प्रसिद्ध तकनीकी विश्लेषक सुमन कुमार ने कहा, “यह घटना हमें यह बताती है कि AI Technology में अभी भी सुधार की जरूरत है। हम इसे पूरी तरह से नियंत्रित और भरोसेमंद नहीं मान सकते। कंपनियों को लगातार AI System मे सुधार लाने की आवश्यकता है और कंपनियों को चाहिए वो लगातार इसकी कार्यप्रणाली पर बारीकी से नजर रख सके।”
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भविष्य की दिशा
इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि भले ही एआई तकनीक ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया हो, लेकिन अभी भी इसमें सुधार की गुंजाइश है। गूगल की इस गलती ने हमें यह याद दिलाया है कि हमें तकनीक पर पूरी तरह निर्भर नहीं होना चाहिए और अपनी समझदारी का उपयोग करना चाहिए।
नेटिज़न्स की इस प्रतिक्रिया ने गूगल को सावधान कर दिया है और उम्मीद की जा रही है कि गूगल जल्द ही इस समस्या का समाधान करेगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। इस घटना ने तकनीकी जगत को एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया है कि AI Technology को विकसित करते समय हमें इसकी सीमाओं और संभावित खतरों को भी ध्यान में रखना चाहिए।